मोटर परिवहन कई ऐसी सुविधाये उपलब्ध करअ सकता है। जो रेलमार्ग के लिए संभव नहीं है, उदाहरण के लिए घर-घर से माल एकत्र करना और समय सारणी से पहुचना तेज परिवहन तेज परिवहन के इन लाभों से व्यापारी वर्ग मे अधिक लोकप्रिय है। जहाँ थोड़ा माल भेजना हो वहाँ सड़क मार्ग ही श्रेष्ट होता है सड़क परिवहन द्वारा परिवहन खर्च आधा हो जाता है। इसमे चोरी की संभावना भी कम होती है, इसमें प्रायः खर्चीली विद्धि का प्रयोग नहीं किया जाता है। सड़क परिवहन की श्रेष्ट होने के एक कारण यह भी है की railway के कर्मचारियों के काम करने के घंटे निश्चित होते है एवं राष्ट्रीय उद्देश्यों के लिए यात्रा संबंधी रियायतें देनी पड़ती है। उन्हें सभी प्रकार के यातायात को स्वीकार करना पड़ता है और इसमें चुनाव नहीं कर सकतीं। उन्हें खाद्यान्नों, सीमेंट, कोयला, खाद और अन्य वस्तुओं पर विशेष रियायतें देनी पड़ती है क्योंकि वे नीची-भाड़ा दर ही बर्दाश्त कर सकती है। रेलों को देश के हितों के लिए यदि हानि भी सहन करनी पड़े तो भी वे कार्य करती है। अतः एक सार्वजनिक उपयोग उद्यम होने के नाते, रेलों को अलाभकारी मार्गों के संचालन में, निम्न दर पर ढुलाई वाले माल के परिवहन में और निर्यात व्यापार आदि के लिए दी गई रियायतों के रूप में हानि सहन करनी पड़ी, युद्ध के उद्देश्य से जो रेल मार्ग बनाये जाते हैं, उनमें हानि होती है। इन्हें अनिवार्य वस्तुओं को प्राथमिकता के आधार पर पहुँचाने के लिए भी हानिसहन करनी पड़ती है। रेलवे एक सरकारी उपयोग की उधोग होने के कारण अलाभकारी मार्गों का संचालन निम्न दर पर ढुलाई वाले काम परिवहन मे भाड़ा मे छूट के कारण भी हानी सहनी पड़ती है।
सड़क मार्ग रेलमार्ग से बेहतर है क्यों?
- Post author:gradebook.in
- Post published:April 13, 2024
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